इन ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट से बचाएं टैक्स, अब भी है मौका

Posted by Neeraj Bisaria
7
Mar 28, 2018
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31 मार्च से पहले ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट से ऐसे बचाएं टैक्स

31 मार्च को वित्तीय वर्ष खत्म हो रह है। तो क्या आपने टैक्स बचाने के लिए जरूरी निवेश कर चुके हैं? गुरुवार और शुक्रवार को महावीर जयंती और गुड फ्राइडे की छुट्टियां हैं। ऐसे में आज के बाद सिर्फ शनिवार को ही बैंक खुले रहेंगे। शेयर बाजार तो गुरुवार से बंद ही रहेंगे। इसलिए, इस वित्त वर्ष में टैक्स बचाने के लिहाज से इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स (ELSS) में निवेश आज दोपहर बाद 3 बजे तक ही किया जा सकता है। हालांकि, जो इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80C के तहत निवेश की सीमा से अभी दूर हैं, उनके लिए ऑनलाइन निवेश के अब भी कुछ मौके हैं ताकि वह इस साल टैक्स सेविंग के लिए 1.5 लाख रुपये के निवेश की सीमा को पूरी कर सकें...

पांच साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट

पांच साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट प्लान में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करना टैक्स बचाने का सबसे आसान तरीका है। अगर आपने बैंक से केवाईसी करवा रखी है तो आप नेट बैंकिंग से फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि बैंक रिकॉर्ड में आपका पर्मानेंट अकाउंट नंबर (पैन) अपडेटेड हो।

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स (ELSS)

इस वित्तीय वर्ष में टैक्स बचाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स में आज दोपहर बाद 3 बजे तक ही ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट किया जा सकता है क्योंकि 3 बजे के बाद ऑनलाइन किया गया निवेश यूनिट्स के नेट ऐसेट वैल्यू (एनएवी) में 2 अप्रैल को स्टॉक मार्केट खुलने के बाद ही शामिल किया जा सकता है। आप फंड हाउस की वेबसाइट के जरिए ईएलएसएस में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। हालांकि, यह तभी संभव है जब आपकी केवाईसी पूरी हुई हो। ईएलएसएस में निवेश करते वक्त आप रेग्युलर या डायरेक्ट ऑप्शन में कोई एक चुन सकते हैं। डायरेक्ट ऑप्शन में डिस्ट्रीब्यूशन कमिशन नहीं लगता है, इसलिए यह रेग्युलर ऑप्शन से किफायती होता है।

इंश्योरेंस

आखिरी वक्त में ऑनलाइन टर्म प्लान या यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान्स (यूलिप्स) में निवेश शायद काम नहीं आए। हालांकि, कार्ड्स या नेट बैंकिंग से आप ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं, लेकिन पॉलिसी अलॉट होने से पहले आपके मेडिकल टेस्ट की जरूरत पड़ सकती है। अगर मेडिकल रिपोर्ट पॉलिसी पैरामीटर पर खरी नहीं उतरी तो आपकी पॉलिसी डिक्लाइन हो सकती है या ज्यादा प्रीमियम भरना पड़ सकता है। यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आपने 31 मार्च तक ऑनलाइन पेमेंट कर दिया और पॉलिसी 31 मार्च के बाद इशू हुई तो भी आपको टैक्स छूट का लाभ मिल जाएगा, लेकिन जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी के बाद पॉलिसी इशू नहीं हुई तो टैक्स छूट नहीं पा सकेंगे क्योंकि तब किया गया पेमेंट ही लौट जाएगा।

यूनिट लिंकड इंश्योरेंस प्लान (ULIP)

यूलिप एक तरह का बीमा है, जो रिस्क कवर के साथ-साथ निवेश करने का विकल्प भी देता है। इसमें स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है। अगर आप ऑनलाइन निवेश करेंगे तो किसी तरह की कमिशन नहीं देनी होगी। नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड से पेमेंट की जा सकती है। साथ ही किसी-किसी पॉलिसी में आधार कार्ड की जरूरत भी पड़ सकती है।

पब्लिक प्रविडेंट फंड (पीपीएफ)

PPF अकाउंट खोला जा सकता है। बैंक में जाने से अच्छा है कि इंटरनेट बैंकिंग की मदद ली जाए। भरे फॉर्म का प्रिंट आउट लेकर ब्रांच में जमा करवा दें। इससे काम जल्दी हो जाएगा। अगर पहले से पीपीएफ खाता खुला है तो जिस सेविंग अकाउंट से वह जुड़ा है वहां से भी फंड ट्रांसफर किया जा सकता है।

होम लोन

अगर घर लोन पर लिया है तो उसकी किस्त का पूर्व भुगतान कर सकते हैं। इससे सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट मिलेगी। इतना ही नहीं पूर्व भुगतान से ब्याज भी कम किया जा सकता है। जितनी ज्यादा रकम का पूर्व भुगतान किया जाएगा उतना ज्यादा पैसा बचाया जा सकता है। यह काम भी ऑनलाइन जल्दी किया जा सकता है।

हेल्थ कवर

किसी भी बीमा कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस लिया जा सकता है। हालांकि, बड़ी उम्र के लोगों का बीमा करने से पहले उनके कुछ टेस्ट किए जाते हैं। ज्यादातर कंपनी 45 साल तक की उम्र में बिना किसी टेस्ट के बीमा कर देती है।

ध्यान रहे

निवेश के ये विकल्प ऐसे हैं जिनमें चेक इशू किए बिना ही ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट किए जा सकते हैं। लेकिन, ऐसा करते वक्त यह ध्यान में जरूर रखें कि निवेश आपकी फाइनैंशल प्लानिंग के मुताबिक हो, न कि सिर्फ टैक्स बचाने के लिए आखिरी वक्त में कहीं पैसे डाल दिए जाएं।

Source: navbharattimes
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