Jane Kaise Dekhte Hai Janam Kundli

Posted by Free horoscope
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Oct 29, 2025
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भारत में जब भी किसी व्यक्ति का जन्म होता हैतो उस समयस्थान और तिथि के आधार पर बनाई जाने वाली जन्म कुंडली (Janma Kundali) को जीवन का खाका माना जाता है। यह केवल ग्रहनक्षत्रों की गणना नहीं हैबल्कि आपके जीवन के हर क्षेत्र — करियरविवाहस्वास्थ्य और भाग्य — का दर्पण है। परंतु बहुत से लोग नहीं जानते कि कुंडली देखने का सही तरीका क्या होता है। आइएVinay Bajrangi के ज्योतिषीय अनुभव के आधार पर समझते हैं कि जन्मकुंडली को कैसे देखा और पढ़ा जाता है।

जन्म कुंडली क्या होती है?

जन्म कुंडली आपके जन्म के समय आसमान में ग्रहों की स्थिति का चित्र है। इसमें बारह भाव (हाउसऔर नौ ग्रहों की स्थिति होती हैजो मिलकर आपकी पूरी जीवन यात्रा का संकेत देते हैं।

  • पहला भाव (लग्न भाव) – व्यक्तित्वस्वभाव और स्वास्थ्य
  • दूसरा भाव – धनपरिवार और वाणी
  • सातवां भाव – विवाह और जीवनसाथी
  • दसवां भाव – करियर और कर्मक्षेत्र

इन भावों में स्थित ग्रह यह बताते हैं कि जीवन के विभिन्न पहलुओं में कैसा परिणाम मिलेगा।

कुंडली देखने का सही तरीका

कुंडली देखना केवल ग्रहों के नाम पढ़ना नहीं हैबल्कि यह एक गहन अध्ययन है जिसमें गणितभावार्थ और अनुभव का समन्वय होता है। Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार कुंडली देखने के लिए निम्न चरणों का पालन करना चाहिए —

  1. लग्न पहचानें:
    सबसे पहले यह देखें कि कुंडली में कौनसा लग्न है। लग्न आपकी पूरी व्यक्तित्व और जीवन दिशा निर्धारित करता है।
  2. ग्रहों की स्थिति जानें:
    हर ग्रह किस भाव में है और किस राशि में स्थित है — यह तय करता है कि वह ग्रह शुभ है या अशुभ।
  3. दृष्टि और योग देखें:
    ग्रह एकदूसरे पर दृष्टि डालते हैं। इससे विशेष योग (राजयोगधनयोग, विवाह योग) बनते हैं।
  4. ग्रहों की दशामहादशा:
    जीवन में कौनसा समय किस ग्रह का प्रभाव देगायह दशा 
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