Mangal Dosh Kya Hai Shadi Per Iska Prabhav

Posted by Free horoscope
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Nov 1, 2025
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भारतीय वैदिक ज्योतिष में मंगल दोष (Mangal Dosha) या मांगलिक दोष (Manglik Dosha) को वैवाहिक जीवन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ग्रह योग माना गया है। बहुत से लोग अपनी कुंडली बनवाते समय यह जानना चाहते हैं कि क्या वे मांगलिक हैंऔर अगर हाँतो यह उनके विवाह को कैसे प्रभावित करेगा

Dr. Vinay Bajrangiजो एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषी हैंबताते हैं कि मंगल दोष को लेकर बहुत सी भ्रांतियाँ हैंजबकि इसका सही प्रभाव समझना जरूरी है।

मंगल दोष क्या होता है?

कुंडली में जब मंगल ग्रह (Mars) प्रथमचतुर्थसप्तमअष्टम या द्वादश भाव में स्थित होता हैतो व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष बनता है। इसे ही सामान्य भाषा में मांगलिक दोष कहा जाता है।

यह योग व्यक्ति के स्वभावव्यवहारऔर सबसे अधिक वैवाहिक जीवन पर प्रभाव डालता है। मंगल को “उर्जा” और “आक्रोश” का ग्रह माना गया है। अगर यह ग्रह असंतुलित स्थिति में होतो यह वैवाहिक संबंधों में तनाव या देरी का कारण बन सकता है।

मंगल दोष का प्रभाव शादी पर कैसे पड़ता है?

ज्योतिष के अनुसारमंगल दोष का असर हर व्यक्ति पर समान नहीं होता। इसका परिणाम कुंडली की स्थिति और अन्य ग्रहों की दृष्टि पर निर्भर करता है।

Dr. Vinay Bajrangi के अनुसारमंगल दोष के विवाह पर प्रभाव निम्न हो सकते हैं –

  1. विवाह में विलंब – मांगलिक योग वाले जातक को विवाह में देरी का सामना करना पड़ता है।
  2. वैवाहिक तनाव – पतिपत्नी के बीच मतभेद या क्रोध की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
  3. संबंधों में अस्थिरता – यदि मंगल दोष का निवारण  किया जाएतो वैवाहिक जीवन में स्थिरता की कमी हो सकती है।
  4. भावनात्मक असंतुलन – अत्यधिक संवेदनशीलता या आक्रोश विवाहिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है।

हालांकिहर मांगलिक जातक का जीवन कठिन नहीं होता। यदि कुंडली में शुभ ग्रहों की दृष्टि होतो यह दोष निष्क्रिय भी हो सकता है।

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