Ek Hi Baar Parkhiye

Posted by Jitender G.
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Mar 19, 2021
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एक ही बार परखिये, ना वा बारम्बार । बालू तो हू किरकिरी, जो छानै सौ बार ।। भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं, किसी भी व्यक्ति को यदि सही प्रकार से एक ही बार परख लिया जाए, तो उसे बार-बार परखने की आवश्यकता नहीं पड़ती| जिस प्रकार "रेत को अगर... पूरा पढ़े -> http://bit.ly/3ezBxzp #KabirKeDohe #Hindi #Poetry #KabirAmritwani #SantKabir #KabirDas #HindiDohe
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