भइया ये Sunny Leone कौन है?

Posted by Yathavat Magazine
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Jun 12, 2015
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सामान्य ज्ञान के कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं, जिनका उत्तर जानने वाले ज्यादातर लोग जानकर भी अनजान बने रहते हैं। ऐसा ही एक प्रश्न है- Sunny Leone कौन हैं?


जवाब आधे से ज्यादा भारतवर्ष को पता है। फिर भी अगर यह सवाल सार्वजनिक तौर पर पूछा गया तो हर कोई बगलें झांकता नजर आएगा। अगर यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति(KBC) जैसे कार्यक्रम तक में पूछा गया, तब भी प्रतिभागी जवाब देने से पहले दायें-बायें देखेगा। फिर बच्चन साहब से गुजारिश करेगा- क्या उत्तर मैं आपके कान में बता सकता हूं?

Sunny Leone

कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनसे अगर यह सवाल सार्वजनिक तौर पर पूछा गया तो मानहानि का मुकदमा कर बैठेंगे, लेकिन अगर सवाल अकेले में पूछा गया तो जवाब देने के बदले वो उल्टा सवाल दागेंगे- क्या आपने अब तक उन्हें नहीं देखा है?

Sunny Leone खबरों में पहले से थी, आज कल headlines में हैं। उन पर कोई भी चर्चा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व का उल्लेख किये बिना आगे नहीं बढ़ सकती है। इसलिए औपचारिक परिचय प्रस्तुत करना मेरा फर्ज है।

Adults Films की Porn Star हैं, Sunny Leone। वही चलचित्र जिनकी प्रेरणा के स्त्रोत अजंता, ऐलोरा और खजुराहो के भित्ति चित्र हैं। समझना मुश्किल नहीं है कि Sunny Leone का भारतीयता से कितना गहरा नाता है।

भारतीयता सिर्फ उनकी कला में ही नहीं है, बल्कि खून में भी है। यह अलग बात है कि उन्होंने विदेशी कद्रदानों की खातिर अपना नाम करनजोत कौर से बदलकर Sunny Leone कर लिया। ठीक उसी तरह जैसे किसी जमाने में भगवान रजनीश ने जापानी भक्तों के लिए अपना नाम ओशो रख लिया था।

Internet पर Sunny की लोकप्रियता को देखते हुए हिंदी फिल्मों (Bollywood) के कई निर्माताओं ने उनसे संपर्क किया और वो दनादन फिल्में साइन करने लगीं। स्वाभाविक अभिनय वाली सैकड़ों फिल्मों के बाद बॉलीवुड में कदम रखना Sunny Leone के लिए कुछ वैसा ही था, जैसे कोई नेता लोकसभा का चुनाव लड़ने के बाद नगर पालिका के चुनाव में खड़ा हो।

अभिनेता हो या बाबा marketing की खातिर नाम तो बदलना ही पड़ता है। वैसे भी आजकल दोनों में फर्क करना कई बार मुश्किल हो जाता है। जहां तक Sunny Leone का सवाल है, उनमें किसी सच्चे साधक जैसा समर्पण है। एक कलाकार को योगियों जैसी साधना करनी पड़ती है।

Sunny Leone की साधना कुछ ऐसी है कि उनके कुछ भक्त ये दावा करने लगे हैं कि उन्होंने सहज योग की परिभाषा ही बदल दी है।

Young generation में अत्यंत लोकप्रिय हैं, Sunny Leone। लेकिन उनकी मकबूलियत नौजवानों से कहीं ज्यादा अधेड़ों में और अधेड़ों से ज्यादा बुजुर्गों में हैं, ऐसा सुना गया है।

लोकप्रियता सबसे ज्यादा किस आयु वर्ग के लोगों में है, इस सच्चाई का पता लगाने के लिए सर्वे कराना पड़ेगा। सर्वे का सही नतीजा भी तभी आ पाएगा, जब इसमें शामिल होने वालों को नाम पता गुप्त रखे जाने की गारंटी दी जाएगी। जब सर्वे गुप्त चलचित्र की नायिका के बारे में हो तो फिर प्रतिभागियों के नाम और पते भी गुप्त रखे ही जाने चाहिए।

वैसे जो बात बिना सर्वे के भी स्पष्ट है, वो यह कि उनकी लोकप्रियता आयु ही नहीं, बल्कि भूगोल की सीमाओं से भी परे है। Sunny  का जन्म Canada में हुआ है, लेकिन आस्था ‘वसुधैव कुटुंबकम’ में है। इसलिए उनकी कर्मभूमि पूरी दुनिया है। अभिनय इतना जीवंत है कि पूरा संसार साधु-साधु कर रहा है। भक्त पूरी दुनिया में हैं, लेकिन Internet के जरिये उन तक पहुंचने वालों में सबसे बड़ी तादाद Indians की है।

Google Search में उन्होंने आधुनिक विश्व के सबसे बड़े नेता नरेन्द्र मोदी तक को पीछे छोड़ दिया है। जहां न पहुंचे नेता, वहां पहुंचे अभिनेता।

कलाकार हमेशा शासक से बड़ा होता है, यह बात Sunny Leone ने साबित की है। Google search में उनके नंबर-वन होने की खबर जब फैली तो कांग्रेस कैंप में हलचल मची। कुछ उत्साही नेताओं ने ये idea through किया कि क्यों न उन्हें पार्टी से जोड़ा जाए।

वैसे भी कांग्रेस पार्टी नेतृत्व संकट से जूझ रही है। पार्टी के पास कम से कम एक चेहरा तो ऐसा होगा, जिसकी internet पर नरेन्द्र मोदी से भी ज्यादा शोहरत है। प्रस्ताव पेश हुआ तो बुजुर्ग नेता एक-दूसरे को चोर नजरों से देखने लगे.. और सवाल पूछा गया- ये Sunny Leone कौन हैं? प्रस्ताव पेश करने वाले ने हकलाते हुए कहा–वही जिन पर फिल्माया एक गाना ‘baby doll मैं सोने की’ आजकल बहुत मशहूर हुआ है। इस पर बुजुर्गों ने कहा- ये गाना तो अश्लील है। ऐसे व्यक्ति का हमारी पार्टी में क्या काम?

फिर बुजुर्ग नेता प्रस्ताव पेश करने वाले नौजवान को किनारे ले गए और डांटा– गुप्त चलचित्र की लोकप्रियता को ही भुनाना होता, तो हमारी अपनी पार्टी के नेता क्या बुरे थे। तुम्हे पता नहीं प्रवक्ताओं तक की सीडी आ चुकी है, market में। बाद में पार्टी के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि हमने कभी किसी सन्नी लियोन का नाम नहीं सुना है, लिहाजा उन्हें पार्टी में शामिल किये जाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।

किसी कलाकार को लेकर ऐसी बेरुखी भारत में नई नहीं है। सन्नी लियोन ने जब बॉलीवुड में कदम रखा, तब उनके साथ ऐसा ही हुआ।

दरअसल internet पर सन्नी की लोकप्रियता को देखते हुए हिंदी फिल्मों के कई निर्माताओं ने उनसे संपर्क किया और वो दनादन फिल्में साइन करने लगीं। स्वाभाविक अभिनय वाली सैकड़ों फिल्मों के बाद बॉलीवुड में कदम रखना सन्नी लियोन के लिए कुछ वैसा ही था, जैसे कोई नेता लोकसभा का चुनाव लड़ने के बाद नगर पालिका के चुनाव में खड़ा हो।

सन्नी ने बड़ा दिल दिखाते हुए ये काम किया। लेकिन उनसे जलने वाली कुछ अभिनेत्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि उनका हिंदी फिल्मों में आना भारतीय संस्कृति का अपमान है। किसी ने ये नहीं सोचा कि संपूर्ण वस्त्र विमुक्ति से वस्त्रों की तरफ लौटना एक सकारात्मक कदम है, नकारात्मक नहीं। वस्त्र कुछ कम जरूर है, लेकिन उन्हें धारण करके सन्नी ने भारतीय संस्कृति का सम्मान किया है।

लेकिन ये बात कोई समझने को तैयार नहीं है। नतीजा ये हुआ कि एक कलाकार के खिलाफ अश्लीलता फैलाने के इल्जाम में आपराधिक मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। मुकदमा करने वालों का कहना है कि Sunny Leone भारत की युवा पीढ़ी का चरित्र बिगाड़ रही हैं। Sunny Leone के खिलाफ मुकदमे की खबर लगातार headline बन रही है।

लेकिन Sunny बेफिक्र हैं। उन्हें पता है कि इस देश में उन जैसों को जानते सब हैं, लेकिन पहचानता कोई नहीं है। इसलिए इल्जाम लगाने वालों के लिए गवाह जुटाना बहुत मुश्किल होगा। कोई नौजवान अदालत में आकर यह बयान नहीं देगा कि उसका चरित्र सन्नी लियोन ने बिगाड़ा है। समझाने-बुझाने पर अगर कोई गवाही के लिए राजी भी हुआ तो अदालत में कदम रखते ही उसका हृदय परिवर्तन हो जाएगा और और वो उल्टा सवाल दाग बैठेगा– कौन है ये Sunny Leone? .

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