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Microlearning क्या है ? Develop Your Skills With माईक्रोलर्निंग Courses

by Subhe Learning E-Learning in Hindi

Microlearning को greek शब्द , जिसका कि अर्थ ‘छोटा है’ ,  से लिया गया है | यह छोटी– छोटी मात्रा  में प्रशिक्षण सामग्री (Training material) का इस्तेमाल कर इंटरनेट पर शिक्षा (e-learning) प्राप्त करने के बारे में है| 

Business Industry में कुछ लोग इसको skill development के लिए एक छोटे और अनौपचारिक(unofficial) स्व-निर्देशित (self directed) सीखने के अनुभव के रूप में देखते हैं, जैसे कि, Ted Talk जैसी सभा या ऑनलाइन किसी भी विषय का ज्ञान लेना आदि | वही दूसरी ओर कुछ लोग इसे सीखने के संक्षिप्त अनुभव(brief experience ) का नियोजित संगठन(Planned institution) मानते हैं जो कि सीखने की प्रक्रिया द्वारा एक विस्तारित लक्ष्य(broad objective) को प्राप्त करने में मददगार साबित होता है | एक तरफ कुछ लोगो को यह भी लगता है कि यह performance support या मोबाइल से सीखने का पर्याय(synonym) है | घर बैठकर हमेशा नयी-नयी चीज़ों को सीखने वालों के लिए यह एक revolutionary माध्यम है to develop new skills from the internet |

जैसे की मशहूर नागरिक अधिकार के प्रचारक Malcom X ने कहा था ।

“Education is the passport to the future, for tomorrow belongs to those who prepare for it today”

सच तो ये है की माइक्रो लर्निंग एजुकेशन का future है। Professional learning के field  में ये बात आज भी साफ़ दिखाई देती है । आपको लगातार अपनी skill development में जुटे रहना जरूरी है, नहीं तो जिस गति से दुनिया बदल रही है आप जल्दी ही आपका ज्ञान पुराना हो सकता है। 

जो हमारे पुराने और पारम्परिक तरीके है ज्ञान (knowledge) लेने के वो future में हमे कितना काम आएंगे इसके बारे में हमे अब सोचना पड़ेगा. इसके अलावा Micro-learning में व्यक्तिगत सत्रों (individual sessions)से बहुत ही कम effort की आवश्यकता होती है और याद रखना व समझना भी आसान होता है |

किन्तु ये कभी – कभी distractions भी offer करती है | एक साथ बहुत सारे  options होने के कारण यह learner को confuse कर सकती है | इसके अलावा Micro-learning के topics अगर सही समय पर नहीं मिले तो यह पूरी तरह से बेकार है, यह कुछ चुनातियाँ हैं जो कि को learner को आ सकती है

Micro-learning पारंपरिक (Traditional) लर्निंग प्रक्रिया से कैसे भिन्न है ?

आम तौर पर, traditional education की सामग्री(content) ज्यादातर लंबे format में उपलब्ध होती है चाहे वो पाठ-आधारित (text based) हो, वीडियो हो या ऑडियो हो, आदि | प्रायः learner इसे एक ही बार इस्तेमाल करता है | हालाँकि micro-learning के केस में, सूचना को units के form में ढाला  जाता है ,जैसे कि, छोटी audio – visual , ग्राफिक्स, ई-बुक्स आदि जिन्हें सीखने के समय इस्तेमाल में लाया जा सकता है |

Academic training एक निश्चित स्थान (fixed place), समय और लोगों की संख्या तक ही सीमित रह जाता है, वही दूसरी ओर micro-learning के माध्यम से हम ग्लोबल शिक्षार्थियों को train कर सकते हैं , कोई भी अतिरिक्त खर्चा किये बग़ैर | 

Traditional education में students को लंबे व्याख्यान या प्रस्तुतियों(Lectures or Presentation) में उपस्थिति दर्ज(Enroll) कराना अनिवार्य है , वही दूसरी तरफ यहाँ learner अपनी इच्छानुसार short courses ले सकते है |

Latest updates और परिवर्तन microlearning में academic training की तुलना आसानी से किए जा सकते है | 

Traditional training शिक्षार्थी(students) को slow बना देता है और शिक्षार्थियों में सीखने की प्रेरणा ख़त्म हो जाती है जबकि online educatin  learners को scenery, audio, gaming interaction और video के साथ से उनकी रूचि(interest) बढ़ाता है |

Academics में ट्रेनर के अच्छा प्रदर्शन उनकी emotional state और mood पर निर्भर (depend) करता है, जबकि e-training  के साथ ऐसा नहीं है,इसमें शिक्षार्थियों (students)को बिना किसी असंतुलन (imbalance) के एक ही  platform में सीखने को मिलता है जिससे कि learners को अपना स्वयं का सीखने का मार्ग बनाने की स्वतंत्रता (independence) होती है |

Micro-Learning के लाभ

Personalization – अपने निजी requirements के हिसाब से learner को अपने मनपसंद topics को सीखने की खुली छूट है | 

  A varied form of teaching – इसकी सहायता से learner विभिन्न कोर्स जो कि future jobs prospects फायदेमंद हो सीख सकता है|  

 Targeted Education – एक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह मददगार साबित होती हैं, चाहे वो job हो या exams |

 Time Flexibility – यह शिक्षा को अपनी शर्तों पे प्रापत करने का एक बहुत अच्छा जरिया है ।

 Theory-Practical Gap Less – ये education practical based होती है और इसमें सिर्फ theoretical ज्ञान (knowledge) का scope बोहोत कम होता है क्यूंकि focus skill development पर होता है  ।

 Helpful in getting jobs – online short term courses के द्वारा technical skill develop कर अच्छी नौकरी पायी जा सकती है |

यह आपकी मदद कैसे कर सकता है?

आपके लिए इसकी सबसे बड़ी मदद हो सकती है की Academic teaching के अवगुणों तथा short-comings को दूर करता है | आप इसे अकादमिक education के साथ भी कर सतें हैं और उसकी जगह पर भी। यह दोनों ही तरीकों से लाभकारी साबित होता है । 

आप Online education से non traditional professions का पता लगा सकते हैं | और इससे आपको Professional skill development top में status achieve करने में आसानी होती है | Learn Online the skills जो कि market में आपकी अच्छी पकड़ बनाये रखने के लिए जरूरी होती है | 

अपने कैरियर को सही direction में ले जाने के लिए online education अत्यंत मददगार साबित होगी तथा यह technical professional या skill development technique करियर को तेजी से आगे ले जाएगा | 

Micro-learning आपके लिए जो सबसे बड़ी मदद कर सकती है वो है आपके interest (रुचि) का पता लगाने में। जैसे की आपने देखा की ये course न तो ज्यादा समय लेते न ही ज्यादा पैसे खर्च होते हैं इनको करने में तो आप किसी भी छेत्र (field) के basic कोर्स करके अपने interest के बारे में बड़ी आसानी से जान सकते हैं।  E-learning के द्वारा कुछ नया सीखने की आदत बानी रहेगी ,जो कि अंततः एक learner के लिए positive note hai | 

Micro-courses क्या हैं?

Micro-course को समझने के लिए उसे किताब के एक छोटे chapter की तरह समझो | वो chapter जो कि पूरी किताब का एक sub-topic है | इन सभी topics को फिर छोटे- छोटे अध्याय में तोड़कर or short duration के कोर्स के रूप में समझने लायक बनाया जाता है तथा इन्हें इस रूप में पढ़ाया जाता है | इन्हें mini-courses के नाम से भी जाना जाता है | जो कि easily internet पे मिल जाते हैं

Example के लिए , जैसे कि मैंने micro-courses में 7 से 8 लेसंस(Lessons) हैं | मान लें कि प्रत्येक पाठ में video content है, प्रत्येक वीडियो 2-6 मिनट तक का है | अगर इसे mathematics se calculate kiya जाए तो यह 2 से 48 मिनट का video content है ।

प्रत्येक छात्र को अपने interest का पता लगाने और नई skill सीखने(develop) के लिए online micro-courses क्यों करना चाहिए ?

Online learning के उद्योग में micro-courses छोटे छोटे पाठ्यक्रमों (courses) से skill development की एक प्रकारिया (process) है|आज के दशक के busy schedule में लोग जयादातर internet पे short duration course करने के इच्छुक हैं | चाहे हो college में हो , school में या फिर working हो | 

नयी information gain करना एक positive point होगा career को आगे बढ़ाने के लिए तथा  professional course market value भी increase करेगा | इन कोर्स को करते करते interest का आभास होना भी जरुरी है जो कि career growth में मददगार साबित होता है | इसके अलावा ऐसे courses करने से पैसे, resources तथा समय की बहुत बचत होती है और आसानी से हो जाता है तो हर तरीके से यह online learner का ही फायदा है |

 


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About Subhe Learning Junior   E-Learning in Hindi

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Joined APSense since, October 15th, 2019, From New Delhi, India.

Created on Oct 16th 2019 07:28. Viewed 537 times.

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