जॉन एलीआ । Jaun Elia Urdu Poet
जॉन एलीआ । Jaun Elia Urdu Poet
मै भी बहुत अजीब हूँ। इतना अजीब हूँ की बस खुद को तबाह कर लिया , और कोई मलाल भी नहीं।
– जॉन एलीआ
शायर जिसमे खुद को तबाह कर लेने की जिद थी।
शायर जो मंच से खून थूकने की दावत देता था।
“मै जो हूँ जॉन एलीआ हूँ जनाब इसका बेहद लिहाज कीजियेगा “
जॉन एलीआ जिनका पूरा नाम सैयद सिब्त – ऐ – असगर नक़वी था।जॉन का जन्म १४ दिसंबर १९३१ उत्तर प्रदेश के अमरोहा में हुआ।
शेरो शायरी से इतर जॉन ने ‘tawasin , Isaghoji , Farnod ,Tajrid ,’ जैसी कुछ अरबी और पारसी भाषा की किताबो का उर्दू अनुवाद भी किया।
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