क्या सचमुच मुद्रा ऋण मिलता है?
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना केन्द्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी लोन योजना है। देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की चाहत है कि देश में लोग नैकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाले बनें। इसके लिए भारत सरकार द्वारा बिना कुछ गिरवी बिजनेस लोन देने के लिए पीएम मुद्रा लोन योजना शुरु की गई है।
मुद्रा कोई फाइनेंशियल कंपनी नही है बल्कि एक एजेंसी है और इसका काम जरूरतमंद उद्योगों को बिजनेस लोन प्रदान करना है। आपको बता दें कि मुद्रा लोन योजना के तहत लोन देने के लिए 27 सरकारी बैंक, 17 प्राइवेट बैंक, 31 ग्रामीण बैंक, 4 सहकारी बैंक, 36 माइक्रो फाइनेंस कंपनी और 25 नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) अधिकृत यानी परमिट किये गये हैं।
मुद्रा योजना में इन लोगों को मुद्रा लोन मिलता है
प्रोपराइटरशिप फर्म पार्टनरशिप फर्म छोटी निर्माण इकाई सर्विस सेक्टर की इकाई दुकानदार फल-सब्जी विक्रेता ट्रक/कार चालक होटल मालिक रिपेयर शॉप मशीन ऑपरेटर छोटे उद्योग खाद्य प्रसंस्करण इकाई ग्रामीण एवं शहरी इलाके के अन्य उद्योग मुद्रा लोन योजना का लक्ष्य नॉन-कॉरपोरेट स्मॉल बिजनेस सेगमेंट को आसान लोन देना है.
अगर आप शिशु मुद्रा लोन लेना चाहते हैं तो इसके लिए सिर्फ एक पेज का फॉर्म है. किशोर और तरुण मुद्रा लोन के लिए 3 पेज का आवेदन फॉर्म है. आप शिशु मुद्रा लोन के लिए आवेदन करते हैं तो इसमें लोन की रकम आपके पास 7-10 दिन में आ जाती है.
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन की कैटेगरी
शिशु लोन – 50 हजार रुपये तक का लोन
कोशोर लोन - 50 हजार से 5 लाख रुपये तक का लोन
तरुण लोन – 5 लाख रुपये से 10 से लाख रुपये तक का लोन
मुद्रा लोन के लिए बेसिक योग्यता यह है
आवेदक भारत का नागरिक हो
गैर-कृषि कारोबार के लिए लोन लेना हो
कॉरपोरेट संस्था नहीं हो
कारोबारी जरूरत के लिए पैसे लिए जाने हों
छोटे कारोबारी या दुकानदार हों
अब तक कितने लोगो को मुद्रा बिजनेस लोन दिया जा चुका है?
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