पीपीएफ अकॉउंट क्या है और इसका काम क्या होता है? जानिए

Posted by Sheena Sharma
6
Aug 4, 2021
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पीपीएफ अकॉउंट का पूरा नाम पब्लिक प्राविडेंट फंड (PPF) है। यह मुख्यतः एक इन्वेस्ट अकाउंट यानी निवेश खाता है। PPF अकाउंट भारतीय डाक विभाग के किसी डाकघरके साथ किसी भी राष्ट्रीकृत बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडियापंजाब नेशनल बैंक इत्यादि जैसे बैंकों में PPF अकाउंट खोला जा सकता है। आपको यह भी बता दें कि पीपीएफ अकॉउंट सिर्फ उन्हीं लोगों का खुलता है, जो लोग नौकरी करते हैं। पीपीएफ खाता का बिजनेस से या बिजनेस लोन से कोई लेना देना नहीं होता है। बिजनेस लोन व्यापारी वर्ग के लिए है। पीपीएफ नौकरी करने वालों के लिए है। 


पीपीएफ खाता प्रमुख तौर पर सरकारी बैंकों में ही खुलता है। लेकिन, प्राइवेट सेक्टर का आइसीआइसीआई बैंक अभी तक भारत का पहला निजी स्वामित्व वाला बैंक है


जहां PPF खाता खोला जा सकता है। आइसीआइसीआई बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति प्राप्त है। वर्ष 2019 के अक्टूबर-दिसंबर 2019 अवधि के लिए PPF पर ब्‍याज दर 7.9 % लागू था। 


यह ग्राहक के ऊपर निर्भर करता है कि अपना पब्लिक प्राविडेंट फंड (PPF) अकाउंट कितने रुपये से शुरु करना चाहता है। आधिकारिक तौर बात करें तो PPF अकाउंट किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक और पोस्ट ऑफिस में केवल न्यूनतम 100 रुपये के अमाउंट से खुलवाया जा सकता है। अगर बात करें कि एक साल के भीतर किसी PPF अकाउंट में कितना न्यूनतम और कितना अधिकतम पैसा जमा कर सकते हैं तो एक फाइनेंशियल ईयर (वित्त वर्ष) में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का इन्वेस्ट (निवेश) किया जा सकता है। 


सामान्य तौर पर कोई भी PPF अकाउंट 15 साल में मेच्योर हो जाता है। यानी PPF का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। हालाँकि ग्राहक चाहें तो मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद भी अपने PPF अकाउंट को 5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ा है। जब ग्राहक अपने PPF अकाउंट को PPF का मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद 5 साल के लिए आगे बढ़ता है तो इन अगले 5 सालों में ग्राहक को हर फाइनेंशियल ईयर (वित्त वर्ष) में मिनिमम इन्वेस्ट (न्यूनतम निवेश) करने की बाध्यता नहीं रहती है। 

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