मुद्रा लोन योजना क्या है और इसमें कैसे लोन मिलता है?
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना एक लोन योजना है। मुद्रा लोन योजना में नया उद्योग/बिजनेस शुरु करने के लिए और पुराने बिजनेस का विस्तार करने के लिए सरकारी – प्राइवेट बैंकों के साथ, नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) से कारोबारियों को तीन कैटेगरी में 10 लाख तक का बिजनेस लोन दिया जाता है।
2014 में जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तब से नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि देश में उद्यमियों की संख्या अधिक से अधिक बढ़े, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके।
देश में उद्यम/बिजनेस की संख्या बढ़ाने के लिए और पहले से स्थापित बिजनेस की आर्थिक सहायता करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कई बिजनेस लोन योजना शुरु की गई हैं। सरकारी बिजनेस लोन की योजनाओं में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, स्टैंड अप लोन योजना, स्टार्ट अप लोन योजना, कारोबारी निधि इत्यादि जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत उन कारोबारियों को बिजनेस लोन प्रदान किया जाता है जो नया बिजनेस शुरु करना चाहते हैं या अपने पुराने बिजनेस का विस्तार करना चाहते हैं।
मुद्रा योजना के बारे में जानकारी
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एक बिजनेस लोन योजना है। लेकिन, मुद्रा योजना के बारे में सिर्फ इतना कहना ही पर्याप्त नही है। मुद्रा लोन योजना अपने – आप में एक बड़ी योजना है और इसके पीछे एक बेहतरीन सोच है।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना मुद्रा बैंक के तहत एक भारतीय योजना है जिसकी शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को नई दिल्ली में की थी। यह योजना केन्द्र सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के अधीन चल रही है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का प्रमुख लाभ
मुद्रा योजना शुरु करने के पीछे केन्द्र सरकार की मंशा यह थी कि देश में उद्योग अधिक से अधिक संख्या में शुरु हो, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजागर प्राप्त हो सके।
मुद्रा योजना के तहत नया कारोबार शुरु करने के लिए और पुराने कारोबार का विस्तार करने के लिए 3 कैटेगरी में 10 लाख तक का बिजनेस लोन बिना कुछ गिरवी रखे दिया जाता है। मुद्रा लोन की 3 कैटेगरी निम्न है:
शिशु लोन – 50 हजार तक
किशोर लोन – 50 हजार से 5 लाख तक
तरुण लोन – 5 लाख से 10 लाख तक
अब मुद्रा योजना के तहत देश में 27 सरकारी बैंक, 17 प्राइवेट बैंक, 31 ग्रामीण बैंक, 4 सहकारी बैंक और 25 नॉन बैंकिग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) कंपनी से मुद्रा योजना से लोन देने के लिए अधिकृत किये गये हैं।
मुद्रा लोन लेने के लिए कारोबारियों को मुद्रा लोन फॉर्म ऑनलाइन या ऑफलाइन अप्लाई करना होता है। मुद्रा फॉर्म अप्लाई करने के लिए कारोबारी अपने नजदीकी उस बैंक या फाइनेंशियल कंपनी से संपर्क करना होता है जहां से मुद्रा लोन मिलता है।
मुद्रा फॉर्म भरने के साथ ही जरूरी कागज़ी दस्तावेजों को अटैच करना होता है। कागज़ी दस्तावेज अटैच करके बैंक या फाइनेंशियल कंपनी में जमा करना होता है। फॉर्म जमा करने के बाद नियमित तौर पर फ़ॉलो-अप करना होता है।
आमतौर पर मुद्रा योजना के तहत बिजनेस लोन 15 दिन से एक महीने के भीतर मिल जाता है। हालांकि मुद्रा लोन मिलेगा या नहीं मिलेगा और कब तब मुद्रा लोन मिलेगा, यह पूरी तरह से बैंक या एनबीएफसी कंपनी के ऊपर निर्भर करता है।
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