खड़े होकर पानी पीना आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है और साथ ही नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह तरल पदार्थों के संतुलन को बाधित कर सकता है। जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थ और अपचन की संभावना बढ़ सकती है।
आइये जानते है खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए और इसके नुकसान क्या है।
- खड़े होकर पानी पीने के नुकसान
- गुर्दे के लिए नुकसानदायक
- जब भी आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह बिना छने (filtration) ही पेट के निचले हिस्से में चला जाता है। जिससे शरीर में अशुद्धियों के जमा होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके परिणाम स्वरूप गुर्दे (kidney) को नुकसान पहुंच सकता है।
- खड़े होकर पानी पीने से गठिया रोग हो सकता है
- खड़े होकर पानी पीना गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है।
- अल्सर
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह एसोफैगस के निचले हिस्से को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। जिसके परिणामस्वरूप रंध्र-संकोचक पेशी (sphincter) की समस्या बढ़ सकती है। जिसके परिणाम स्वरूप पेट में अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए।
किडनी की बीमारी
किडनी का काम पानी को छानना होता है लेकिन खड़े होकर पानी पीने से पानी किडनी से सही तरीके से बिना छने ही बह जाता है। जिससे किडनी और मूत्राशय में अक्सर गंदगी रह जाती है इसके परिणामस्वरूप आपको यूरीन मार्ग में इंफेक्शन और किडनी की बीमारी हो सकती है।
पेट की बीमारी
खड़े होकर पानी पीने से पानी फूड पाइप के जरिए तेजी से नीचे बह जाता है। तेज धार पड़ने से पेट की अंदरूनी दीवार और आसपास के अंगों को नुकसान पहुंचता है। बार-बार ऐसा होते रहने से पाचन तंत्र बिगड़ जाता है।
- शरीर में एसिड का स्तर कम नही होता
- खड़े होकर पानी पीने से शरीर में एसिड का स्तर कम नहीं होता है।
- अपच की समस्या
जब आप बैठकर पानी पीते हैं तो आपकी मसल्स और नर्वस सिस्टम अधिक रिलैक्स होता है और इस तरह नर्वस तेजी से तरल को पचाने में मदद करता है। जबकि खड़े होकर पानी पीने से आप हमेशा अपच के शिकार रहते हैं।