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Yoga से जीता दुनिया का दिल – Subscribe Free Hindi Magazine in India

by Yathavat Magazine Online Magazine

India की राजधानी Delhi का Rajpath वह स्थान है, जहां अब तक हर वर्ष एक ही उत्सव होता आया है। 26  January । इस तारीख को यहां India अपना सैन्य सामर्थ्य प्रकट करता है। उसी Rajpath से 21 June को India ने विश्व भर को एक नया संदेश दिया। Yoga से तन और मन को स्वस्थ रखने का सन्देश।

इस दिन Indian Heritage की अमूल्य प्राचीन देन को सम्पूर्ण मानव मात्र की भलाई के लिए अभियान बनाने की शुरुआत हुई। Maharshi Patanjali ने वैदिक विज्ञान के जिन सूत्रों को Yoga नाम दिया, वह हमेशा से प्रचलन में रहा है। पर वैयक्तिक स्तर पर ही। संतों-योगियों-ब्रह्मचारियों ने सदियों से इसे जन-जन तक पहुंचाया।

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Foreign धरती पर भी Yoga और योगियों को अपनाया गया। पर Yoga की वैसी धमक कभी नहीं सुनी गयी- जैसी 21 June, 2015 को सुनायी दी। अकेले Rajpath पर 35,985 लोगों ने सामूहिक Yoga कर एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। यह भी एक कीर्तिमान है कि इसमें 84 Countries के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस लिहाज से Guinness Book of World Records में India के नाम दो और Records दर्ज हुए। Word के 192 Country के 251 Cities में Yoga के सामूहिक कार्यक्रम आयोजित हुए। इनमें 46 Islamic Countries भी हैं। Word में कुल मिलकर 21 June को दो करोड़ लोगों ने योगासन किया।

 


यूं हुई शुरुआत

Yoga को पूरे World के जन-जन का अभियान बनाने का श्रेय जाता है India के Prime Minister Narendra Damodardas Modi को। 27 September, 2014 को United Nations Organisation में दिये अपने पहले संबोधन में India के Prime Minister ने इसकी नींव रखी। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा, 'Yoga प्राचीन भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की अमूल्य देन है।Yoga अभ्यास शरीर एवं मन, विचार एवं कर्म, आत्मसंयम एवं पूर्णता की एकात्मता तथा मानव एवं प्रकृति के बीच सामंजस्य प्रदान करता है। योग हमारी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर हमारे भीतर जागरुकता उत्पन्न करता है। आइये हम सब मिलकर Yoga को international yoga day के रूप में स्वीकार करने की दिशा में काम करें।'

Modi की इस पहल को जितना व्यापक समर्थन मिला वैसा पहले कभी नहीं हुआ। United State General Assembly के 193 सदस्यों ने 11 December, 2014 को 21 June को “International Yoga Day”  को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इनमें से 177 Countries ने तो सह समर्थक बनकर इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव को 90 Days के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो United Nations Organisation में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है।  

विश्व मंच पर योग

United Nations Organisation के Secretary Gereral Ban Ki Moon ने बड़ी ईमानदारी और साफगोई से एक सच स्वीकारा। वे New York स्थित अपने Headquarters में हुए Yoga Festival में शामिल हुए। India की तरफ से foreign minister Sushma Swaraj उस Festival में शामिल हुईं। Ban Ki Moon ने कहा, 'मैं International Yoga Day को मिली भारी सफलता से आश्चर्यचकित हूं। वैसे तो Nations Organization कई दिवस आयोजित करता है। लेकिन जिस तरह का उत्साह Yoga दिवस के लिए देखने को मिला, वह अचंभित करने वाला है।'

Japan, Thailand, South korea, Viyatnam, Malesia, Nepal, Bhutan, Sri Lanka में भी Yoga के बड़े Function हुए। America की General Assembly के President Richard Sam Kutesa Yoga करके बोले, 'यह शरीर ही नहीं दिमाग को भी स्वस्थ करने का नुख्सा है।' विश्व समुदाय ने माना कि Yoga भारतीय सभ्यता की अमूल्य देन है। तो भारतीयों ने बताया कि 'वसुधैव कुटुम्बकम्' हमारी सभ्यता का मूल मंत्र है। पूरी धरती के निवासियों को अपना कुटुंब मानकर हम उनकी सुख-शांति के लिए Yoga का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

 
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बड़ी बात यह है कि International स्तर पर India की साख बहुत बढ़ी। अनेक Countries के राष्ट्राध्यक्षों ने बयान जारी कर इस पहल को सराहा। अब World Health Organization Yoga को अपने कार्यक्रम में शामिल करने जा रहा है।  >> आगे पढ़े


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Created on Dec 31st 1969 18:00. Viewed 0 times.

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